पटना: हम दलित संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के वरिष्ठ नेता आर. आर कनौजिया ने आज कहा कि सेक्यूलरिजम की दुहाई देने वाली कांग्रेस ने ही अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए सबसे अधिक धर्मनिरपेक्षता का उल्लंघन और दुरुपयोग किया है। डा. कनौजिया ने हम दलित संगठन की ओर से शिक्षा दिवस पर ‘धर्मनिरपेक्षता और राजनीति’ विषय पर आयोजित परिचर्चा में बोल रहे थे। उन्होंने कहा, ‘हमारे संविधान में धर्मनिरपेक्षता का प्रावधान है और इस ²ष्टि से हम सभी धर्मनिरपेक्ष हैं।’

उन्होंने कहा कि यह एक विचित्र विरोधाभाष है कि देश में धर्मनिरपेक्षता की दुहाई देने वाली कांग्रेस ही इसका सबसे अधिक उल्लंघन और दुरुपयोग अपने निहित राजनीतिक स्वार्थ के लिए करती रही है। उदाहरण के तौर पर उन्होंने कहा कि केरल में साम्प्रदायिक आधार पर एक जिला बना दिया गया वहीं पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा में बांग्लादेशी घुसपैठियों को कथित संरक्षण देकर वोटर कार्ड और राशन कार्ड तक बांटे गए।

इस मौके पर प्रसिद्ध समाजशाी प्रसन्न पराशर ने कहा कि हमारे देश के अधिकतर राजनीतिक दल धर्मरिपेक्ष होने का मात्र दावा ही नहीं करते बल्कि अपने को एकमात्र धमनिरपेक्ष दल साबित करते हैं, लेकिन वास्तिविकता यह है कि किसी खास धर्म या जाति को लुभाने के लिए वे ऐसा करते है। प्रो. सी.एन. शर्मा ने कहा कि किसी खास धर्म या जाति को राजकाज के मामले में अधिक तरजीह देना लोकतंत्र और सेक्यूलरवाद के खिलाफ है तथा इससे लोगों के मन में अविश्वास पैदा होता है। उन्होंने कहा कि नकली सेक्यूलर राजनीतिज्ञों से सावधान रहने की आवश्यकता है।